Thursday, March 25, 2021

42. Holi is all About बाबा श्याम की भक्ति & चंग की मस्ती

पुरे विश्व में भारत अपने त्योहारों के लिए बहुत बिख्यात है। यहाँ लोग त्योहारों को दिल से मनाते है।  आपस का खुशिया मनाते हैं, नाचते है, मानो पूरी तरह से उसी त्यौहार के रंग में रंग जाते है। 

 और उसी में से एक है होली का त्यौहार। होली की दो सबसे बड़ी खासियत है - 

पहला ये की होली, हिन्दू पंचांग के हिसाब से फागण  के महीने  में मनाया जाता है और फागण के पवित्र महीने में पूरी दुनिया बाबा श्याम के भक्तिरस में डूबी रहती है। हर कोई अपने-अपने ढंग से बाबा को रिझाने में लागे रहते है।  एक ऐसा भक्तिरस जिसकी धुन में लोग झूमने लगते है, बाबा श्याम की भक्ति  में अपने आप को पूरी तरह से  रंग लेते है। छोटे हो या बड़े,अमीर हो या  गरीब, फागण के भक्तिरस का रंग दिल और दिमाग में पूरी तरह से छाया रहता है।   जुबाह पर "जय श्री श्याम" का नारा और हाथो में लेकर निशान बाबा श्याम का, लोगो में सकरात्मक  ऊर्जाः का संचार करता  है।  पुरे  वातावरण में एक पवित्रता का अदृस्य  रंग छाया हुआ रहता है।    

    



और दूसरा, होली के एक महीने  भर पहले से ही  होली के गीतों का चंग बजना शुरू  हो जाता है। चंग की धुन में  होली के गीत जब गाये जाते है तो ऐसा लगता है जैसे किसी ने थके हुए शरीर पर ऊर्जाः का जादू कर दिया है। वो मारवाड़ी धुन में गाये जाने वाले गीत लोगो को आपस में जोड़ने का काम करती है।  गली-गली में लोग इकठा होकर चंग और ताल के साथ होली के गाने गाते है, झूमते है, नाचते है। पुरे दिन भर की थकान को भुलाकर, टेंशन से दूर होकर चंग की धुन में कहीं अपनेआप में ही खो जाते है। जिस गली में चंग बजते है, शायद ही कोई ऐसा होता होगाजो  चंग की आवाज सुनकर भी अपने आप को झूमने से रोक सकता हो। 



कोई भी त्यौहार तब तक सफल नहीं हो सकता जब तक उसे हम दिल से ना निभाये और होली उन्ही दिल से निभाने वाले त्योहारों में से एक है। 



Monday, March 15, 2021

41. Nikita !!! Memories of Friendship....


अनजान एक दूसरे से हम tuition में साथ थे 
ना कभी बाते कि, ना कभी एक दूसरे को देखा 
पर लगते एक दूसरे को हम गवार थे। 

ना जाने वो वज़ह क्या थी,  बाते करना बस  शुरू ही हुई थी,
धीरे-धीरे एक दूसरे को पहचानने लगे 
दोस्ती गहरी हमारी दिलो पर होने लगे। 

वक्त के साथ दोस्ती हमारी पक्की होती गई,
हम घंटो बाते करते, छुप छुप कर बरपेटा में मिलते,
flirt करते, घूमने जाते, छीकते -चिलाते 
और हर मुश्किल में एक दूसरे  के साथ रहते। 

कुछ दोस्तों ने हमारी दोस्ती को कुछ और ही नाम दिया था ,
Friends with benefits जैसा कुछ  भी बस सुनना आदत सा हो गया था। 
Now the best part !!!! सफाई देना जरुरी नहीं समझा हमने, 
जैसा वो सोचते है वैसा ही जताना जरुरी समझा हमने ,
और शायद यही  वो वज़ह  है एक दूसरे का साथ तोडना नहीं जोड़ना सीखा हमने। 

Baby, Darling, Janu, Sweetheart तो common सा हो गया था, 
पर उस से भी बढ़कर एक care वाली feeling हमेसा थी दिल पर। 
याद रहेगा मुझे हर वो new year ,
जब दारू पीकर तू होती पूरी तरह से भंड । 

साथ उम्र भर ज़िन्दगी का जुड़ा तेरा और मेरे यार अनुज का,
जिसकी वज़ह  indirectly मैं   बना। 
और वो धमकियों भरा call जो मिलता उस बिचारे को, 
वज़ह   बस वही थी तेरे चेहऱे  पर उदासी ना कही हो। 

नया मोड़ अब ज़िन्दगी में आने वाला है तेरे,
नये लोग होंगे, नई जगह होगी, 
मुझसे पहले अब कई अटूट रिश्ते होंगे तेरे। 

शब्द शायद कम होंगे हमारे इस अनूठे दोस्ती को जताने को ,
याद तेरी नहीं आएगी, ये  झूठी तसली नहीं दे सकता अपने मन को। 
पर एक वादा रहा, मुस्किलो में अगर याद करेगी 
तो मुझे भी पायेगी अपने साथ को।