Wednesday, August 26, 2020

31. Decent People Are Still Available.

बिते sunday को हम चार दोस्त Manas National Park (जिसे Tiger Resort भी कहाँ जाता है) घूमने गए थे। वहां हम यारो के मस्ती के बिच मेरे साथ एक tragedy हो गया, मेरा wallet कहीं गिर गया। मेरे बाकि दोस्त और में  आस-पास सभी जगह ढूंढ़ने लगे पर इतनी देर ढूंढ़ने के बावजूद भी मेरा wallet कहीं नहीं मिला। हम निरास होकर वहां से निकल गए। मेरे wallet में कुछ रुपए, मेरे सारे cards, और कुछ जरुरी documents थे। मेने ये सोच लिए था कि मुझे  सारे documents अब फिर से नए बनाने पड़ेगें क्यूंकि wallet वापस मिलने की अब  गुंजाइश मुझे दिख नहीं रही थी। 

पर दुनिया में आज भी ऐसे लोग हैं। उसी Sunday शामको मेरे पास एक बन्दे का phone  आया जिसने मुझे बताया कि मेरा wallet उसके पास है तो  उसी से Barpeta North East Finance Bank से collect  कर लेने। उस बन्दे ने मुझे ये सांत्वना दी कि मेरा wallet सही सलामत है जिस वजह से मेरा tension काफी कम हो गया। उसने अपना नाम संदीप भराली बताया और वो  North East Finance Bank, Barpeta Branch का Asst.manager है। 

उस इंसान की चिंता दिख रही थी , अगले दिन उसने मुझसे ये confirm किया कि में कब और कितनी बजे अपना wallet collect करने आ रहा हूँ। में और मेरा दोस्त Chetan Barpeta अपना wallet लेने गए और  संदीप भराली जी से मिले तो हमारा शक यकीन मै  बदल गया। हमे ये शक था कि शायद ये बंदा उसी group में से एक है जिनसे  sunday को Manas National Park  मैं हम मिले थे। 

संदीप भराली जी से बात करने के बाद , मिलने के बाद बिलकुल अपना सा लगने लग गया था। उन्होंने न सिर्फ अपने साथ हमे चाय पिलाई बल्कि अपने branch के manager और अपने कई collegues से भी मिलवाये। मन में कोई लालच नहीं था और पहली मुलाकात में एक दिल का तार जुड़ गया। मेरा wallet उन्होंने दे दिया और हमने काफी सारे बाते भी की।  

आज मान गया कि दुनिया मैं आज भी शरीफ लोग हैं। 



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(ENGLISH TRANSLATION)

On the last Sunday I went to visit Manas National Park  (also known as Tiger Resort) along with my three friends. There I had a tragedy with me, in between the enjoyment with  my friends, my wallet lost. My other friends and I started searching everywhere around, but even after searching for so long, my wallet could not be found anywhere. We left from there without any hesitation. My wallet contained a few rupees, all my cards, and some important documents. I had thought that I would have to make all the documents fresh again as I could not see the scope of getting the wallet back.

But even today there are good people in the world. On the same Sunday evening, I got a phone call from a man who told me that my wallet is with him, so collect it from Barpeta North East Finance Bank. That man gave me the consolation that my wallet is safe, due to which my tension has reduced considerably. He called his name Sandeep Bharali and is Asst.manager of North East Finance Bank, Barpeta Branch.

The person was worried, the next day he confirmed to me that when and at what time I am coming to collect my wallet. Me and my friend Chetan went to get the wallet and met Sandeep Bharali ji, so our suspicion changed. We suspected that this man might be one of the same group from whom we met on Sunday inManas National Park 

After talking to Sandeep Bharali ji, we felt as if we are known to each other for long . He not only fetched us tea with him but also introduced us to the manager of his branch and many of his collegues. There was no greed in my mind and a heart strings joined in the first meeting. He gave my wallet and we also talked a lot.

Today it is accepted that even today there are decent people in the world.




Saturday, August 15, 2020

30. The Game of Ludo Removes Stress Of Whole Day.

पूरा दिन नजाने केसा भी बिता  हो पर रात को नींद अच्छी आती है क्योकि सोने से पहले वो 10 minute का Ludo का game पुरे mind को fresh कर देता है। 

रोज रात मेरी मम्मी, मेरी बहन और मैं Ludo का एक game खेलते हैं। 

उस game के वक्त मानो हम सब एक ही उम्र के बन जाते है , ईमानदारी भी चलती है तो साथ में थोड़ी बहुत cheating  भी चलती  है , कोई बहुत खुश होता है तो किसी को अपनी गुट्टी कट जाने का गम होता है, कोई game जित जाता है तो कोई हारता हैं , पर वो 10 minute के लिए  हम सब एक ही उम्र के बन जाते हैं। हँसी हम तीनो के चहरे पर छाई होती है, सारा Tension, थकान  पल में ही दूर हो जाता है।  मेरी मम्मी का पुरे दिन का थकान,गुस्सा एक Ludo के game से ख़तम हो जाता है। 

 सच्च में ये कुछ समय ऐसे होते है जब हम दो लोगो के लिए जीते है - पहला अपने परिवार के लिए और दूसरा हम अपने लिए। पूरा दिन हम चाहें जितने भी चीखे या चिलाये पर रात को अगर नींद अच्छी ना आये तो अगला पूरा दिन बर्बाद हो जाता  |  और एक शांत नींद के लिए हमारा दिमाग भी शांत होना पड़ता है। 



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(ENGLISH TRANSLATION)

Doesn't matter however I spend my whole day but I sleep well at night because a 10 minutes game of Ludo refreshes my mind totally before I sleep.

Every night my mother, my sister and I play a game of Ludo.

At the time of that game, as if we all become of the same age, honesty also goes on, cheating also goes on a bit, if someone is happy, then someone is sad to cut his gut, someone wins the game and  someone loses, but for those 10 minutes we all become of the same age. Laughter is on the face of all three of us, all the tension, fatigue disappears in a moment. My mother's whole day of tiredness, anger is overcome by a Ludo game.

In truth, these are the times when we live for two people - first for our family and second for ourselves. The whole day, whether we scream or shout, but if we do not sleep well at night, the next day will be wasted. And for a quiet sleep our mind also has to be calm.



Saturday, August 1, 2020

29. Friends -> Chosen Family.

ये दोस्ती ना रिस्तेदारी खून की,
ये दोस्ती ना बिरासत में मिली पूर्वजो की,
ये दोस्ती वो जिसे हमने अपने दम पर बनाई, 
ये दोस्ती वो जिसे हमने अपने दिल से निभाई। 

उम्र बदलती गई, नए दोस्त बनते गए,
पर पुराने हमेसा दिल के करीब रहते गए। 
नोक-झोक भी होती, 
पर शरारते बढ़-चढ़कर होती। 
ये दोस्ती हमने पाई। 

Busy दिन के बाद जब बिताते दो पल दोस्तों के साथ,
या अपनी मायूसी का राज share करते अपने दोस्तों के साथ, 
Tension होता दूर और गुस्सा होता शांत,
मुरझाये चहेरे पर हसीं दस्तक देती  फिर एक बार। 
ये दोस्ती वो जो हमने पाई। 

 कोई हमे शरीफ समझते तो कोई तो कोई हमे बिगड़ैल समझते, 
पर हमारी असली identity तो हमारे दोस्त समझते। 
हम किसी के सामने अच्छे बनते तो किसी के सामने Professional बनते,
पर कमीने तो सिर्फ दोस्तों के सामने ही बनते। 
ये दोस्ती हमने पाई। 

हम लड़ते, हम झगड़ते, तो कभी कभी एक दूसरे से काफी जलते,
पर मुसीबतो में हमेशा एक दूसरे के साथ खड़े रहते। 
रिस्तेदारी तो बहुत निभाते formality की,
पर दोस्ती दिल से हम  निभाते। 
ये दोस्ती वो जो हमने बनाई। 

दिन बदलते है,उम्र बदलती है, साल बदलते है,
पर दोस्ती हमारी वही रहती है। 
चाहे मिले महीनो या सालो बाद,
पर बात करने की टोन वही गलियों वाली होती है। 
ये दोस्ती वो जो हमने पाई। 
ये दोस्ती वो जो हमने पाई।।