Tuesday, September 8, 2020

32. The Never Ending Tears Of My Mother.

ये वक्त कैसे बित जाता है पता ही नहीं चलता , आज 2 महीने बाद फिर अपने घर से दूर आना पड़ा। बहुत कठिन होता है दिल को समझाना और उस से भी कठिन है मेरे लिए मेरी माँ के आँखो से बहते हुए आंसू को देखना। 

आज जब घर से निकल रहा था तब मेरी माँ के आँखो से आँसू नज़ाने रुकने का नाम ही नहीं ले रहे थे और ये आँसू काटो कि तरह मुझे पुरे रास्ते में चूब रहे थे। आँखे बंद करता हूँ तो वही चेहरा सामने आता है, पर दूसरी तरफ ये भी ख्याल आता है कि ये तो मेरी माँ का निसवार्थ प्यार है। जब अभी कुछ दिन खुद बिमार थी तब मुझे घर के काम करते देख रोती  थी और जब में बिमार था तब भी रोती थी। 

आज समझ गया मे चाहे जितनी कोशिश करलु मे  लेकिन इन आँसू  को  रोक नहीं पाउँगा में क्युकि इन  आँसूवो में  दिखता मेर्री  माँ का  मेरे लिये प्यार है। 



-----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------

(ENGLISH TRANSLATION)

I do not know how soon this time is spent, today after 2 months I had to come away from my home again. It is very difficult to explain to the heart and harder than that is to see the tears flowing from my mother's eyes.

Today, as I was leaving my house, my mother's eyes were not taking the name of stopping to tears, and these tears were biting me the whole way inn my journney. When I close my eyes, the same face comes out, but on the other hand it is also thought that this is my mother's selfless love. When she was sick for a few days , she used to cry while watching my housework and she used to cry even when I was sick.

Today I understood that even if I try, but I will not be able to stop these tears because my mother's love for me is visible in these tears.




No comments:

Post a Comment