Saturday, April 4, 2020

9. Role of Positivity in Difficult Times.

मुश्किल की घड़ी में सकारात्मकता  का साक्षात् परिचय  हमे रामायण में श्री राम के बनवास झांकी से  मिलता है | एक तरफ जहाँ  अयोध्या का राज सिंघासन मिलने वाला था अगले ही छन बनवास मिल गया और एक हस्ते चहेरे के साथ राज छोड़कर बनवास जैसा काटो भरा जीवन निकल दिया |  पूरी दुनिया  कैकई को दोषी मानती रही पर खुद जीवन के इतने बारे शंघर्ष को झेल पाने के पूजनीय तज़ुर्ब का पूरा श्रेय अपनी माता कैकई को दिया | 

इसमें बात नज़रिये की आती है | बुरा वक्त तो हर किसी का आता है पर उस वक्त हम अपने मानसिक हालत को कैसे control करते है उसका पता चलता है | बुरा समय एक तरफ जीवन में आंधी-तूफान लाता है तो दूसरी  ओर ताकतवर भी बनता है , एक ओर जीने की चाह को खत्म करता है तो दूसरी ओर अपने-पराये की पहचान भी करता है, एक ओर अफ़सोस करता है तो दूसरी ओर  नए जीवन को जीने की सुरुवात भी करता है, एक तरफ रुलाता है तो दूसरी तरफ आने वाली खुशी को निमंत्रण भी देता है | बुरे वक्त की यही परिभासा है !!

एक किताब में पढा था कि  एक बार एक पंडित ने अपने दो student से एक सवाल पूछा की ये दुनिया कैसी है अपने नज़रिये से बताओ?  इस पर एक ने जवाब दिया की ये दुनिया बहुत बुरी है, हर रोज जितनी देर का दिन होता है उतनी ही देर की रात | कैसी दुनिया है! उजले दिन के बाद काली रात आती ही रहती है!! सिर्फ उजली रौशनी वाली दिन ही होनी चाहिए | - हर इंसान भी यही सोचता है की उसकी ज़िन्दगी में वो काली रात कभी न आये |  दूसरा student जवाब देता है की हर काली रात के बाद एक सुबह आती है, हर वो सुबह लोग अपने काम को करता है, पक्षी-जानवर अपने दिनचर्या को पूरा करते है और फिर रात होने पर सितारे अपनी रौशनी बिखेरते है और लोग पुरे दिन के क्रम को याद करके अगली  सुबह को बेहतर बनाने की कल्पना करते हुए सो जाते है  | श्री कृष्णा ने भागवत गीता में अँधेरी रात को मुसीबत की घड़ी बता कर दिन की रौशनी को सुखद परिस्थिति में बदल जाने की बात कही है | 

सकारात्मकता हमारी सोच से बनता  है और हमारी सोच को regulate करता है हमारा नजरिया, शायद यही  वो कारण है जो श्री राम को बनवास काटने में शक्ति भी देता था | 

बुरा वक्त किसी भी रूप में हमारे सामने आ सकता है और वो काम हमसे करवा सकता है जिसकी हम परिकल्पना भी नहीं कर सकते और उस परिस्तिथि में अपने मानसिक power को Positive रखने का एक ही उपाय है अपनी सोच और नज़रिये पर control करना | आने वाले अच्छे दिन के लिए हमे यह मज़बूत बनता है | 





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