Friday, January 15, 2021

39. One Festival but Different Names

 एक ही त्यौहार है 
पर अलग अलग है नाम ,
कही मनता बिहू तो कोई मनता पोंगल 
कही मनता लोहरी तो  कही मनता संक्रांत है । 

कही खुले आसमान में उड़ता पतंग है,
तो कही जलता भेला-घर है,
कही बनता तिलकुड़ तो कही पीठा है
पर स्वाद जुड़ता दोनों का आकर दिल पर है ।

अलग भाषाएँ है और अलग है संस्कृति 
पर मतलब सबका आकर रुकता प्रकृति पर  है। 








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